मतदान में गड़बड़ी की शिकायतें रोकने के लिए निर्वाचन आयोग ईवीएम के साथ अब वोटर वेरिफायबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवी पेट) मशीन रखेगा। इसके जरिये मतदाता यह सुनिश्चित कर सकेगा कि उसने उसी उम्मीदवार को वोट दिया है, जिसे वह देना चाहता था। मशीन से कुछ सेकंड के लिए एक पर्ची निकलेगी, जिसमें उम्मीदवार का चुनाव चि- दिखेगा। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से मतदान करने के दौरान बटन दबाने पर वोट डालने का पता चल जाता था। इसके बावजूद मतदाताओं को कई बार पुष्टि नहीं होती थी कि उनका चुनाव सही है, वहीं कई बार ईवीएम में खराबी की शिकायतें भी आती थीं।
प्रदेश में पहली बार शहर में उपयोग की जाने वाली इस मशीन की खासियत यह है कि ईवीएम में किसी तरह की गड़बड़ी की आशंका होने पर इससे भी वोटों की गिनती की जा सकेगी। इंदौर में पहली बार इस मशीन का इस्तेमाल आने वाले विधानसभा चुनाव में किया जाएगा। इस मशीन का उपयोग बीते गुजरात चुनाव के दौरान भी कई स्थानों पर किया गया था।
ऐसे करेगी काम
मतदाता के ईवीएम पर बटन दबाते ही इससे जुड़ी वीवी पेट मशीन से एक पर्ची बाहर आएगी। इस पर उम्मीदवार का नाम, चिन्ह की जानकारी रहेगी। सात सेकंड बाद पर्ची वापस मशीन में चली जाएगी। इसमें सावधानी रहेगी कि पर्ची को मतदाता छू नहीं सकेगा।
जागरूक कर रही है वैन
निर्देश आए हैं कि इंदौर में भी इस बार चुनाव वीवी पेट मशीन के माध्यम से कराए जाएं। इंदौर जिले में इस मशीन की जानकारी देने के लिए आयोग ने एक महीने के लिए जागरूकता वैन भी भेजी है, जो मतदाताओं को इसके बारे में जानकारी देने के साथ वोट डालने के लिए जागरूक कर रही है।